एक्स-रे (X-rays) जोकि एक बेहतरीन उपकरण है आपके शरीर के आंतरिक समस्याओं का पता लगाने के लिए इसलिए जरूरी है की अगर आपको किसी भी तरह की आंतरिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो इसके लिए आपको एक्स-रे का सहारा लेना चाहिए, वही एक्स-रे के अलग-अलग प्रकार कौन-से है और साथ ही इनके उपयोग के तरीके क्या है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
क्या है एक्स-रे (X-rays) ?
- एक्स-रे एक प्रकार का विकिरण है, जिसका उपयोग शरीर के अंदर की तस्वीर बनाने के लिए किया जाता है। जैसे ही एक्स-रे किरणें आपके शरीर से गुजरती हैं, वे शरीर में विभिन्न संरचनाओं, जैसे हड्डियों और नरम ऊतकों द्वारा अलग-अलग तरीके से अवशोषित होती है,
- वहीं इसका उपयोग एक छवि बनाने के लिए किया जाता है। और तो और एक्स-रे इमेजिंग को रेडियोग्राफी के रूप में भी जाना जाता है।
अगर आपको भी अपने शरीर के एक्स-रे को करवाना है तो इसके लिए आपको लुधियाना में बेस्ट एक्स-रे टेक्नीशियन का चयन करना चाहिए।
एक्स-रे (X-rays) कितने प्रकार के होते है ?
- एक्स-रे (X-rays) की बात करें तो इसके कई प्रकार है और ये कई अन्य तरीके से किया जाता है, जैसे – सादा रेडियोग्राफी, या सादा एक्स-रे।
- कंप्यूटेड टोमोग्राफी, जिसे सीटी स्कैनिंग के रूप में भी जाना जाता है।
- फ्लोरोस्कोपी टेस्ट, जो किसी व्यक्ति के अंग की चलती-फिरती छवियां बनाते है।
- मैमोग्राफी एक्स-रे (X-rays) में स्तनों का स्कैन किया जाता है।
- एंजियोग्राफी में आपके रक्त वाहिकाओं का एक एक्स-रे किया जाता है।
किन बीमारियों का पता लगाने के लिए एक्स-रे (X-rays) किया जाता है ?
- एक्स-रे का उपयोग शरीर के अधिकांश क्षेत्रों की जांच के लिए किया जा सकता है।
- वहीं इनका उपयोग मुख्य रूप से हड्डियों और जोड़ों को देखने के लिए किया जाता है, हालांकि कभी-कभी इनका उपयोग आंतरिक अंगों जैसे कोमल ऊतकों को प्रभावित करने वाली समस्याओं का पता लगाने के लिए भी किया जाता है।
- एक्स-रे के दौरान जिन समस्याओं का पता लगाया जा सकता है उनमें शामिल है, हड्डी का फ्रैक्चर या उसका टूटना।
- इसके अलावा एक्स-रे (X-rays) की मदद से हम तमाम बीमारियों का पता लगा कर खुद को इन बीमारियों से बचा सकते है।
वहीं अगर आप एक्स-रे को करवाने के बारे में सोच रहें है, तो इसके लिए आप एक बार लुधियाना में X-rays का खर्च कितना है, इसके बारे में जरूर जानकारी हासिल करें।
एक्स-रे (X-rays) को किन तरीकों से किया जाता है ?
- एक्स-रे से आपके शरीर के जिस हिस्से की जांच की जा रही है, उसके आधार पर, आपको कपड़े उतारने, सभी आभूषण उतारने और हॉस्पिटल के गाउन को पहनने के लिए कहा जा सकता है।
- वहीं रेडियोग्राफर आपको एक्स-रे की स्थिति के बारे में निर्देश देगा। आपको खड़े होने, लेटने या बैठने के लिए कहा जा सकता है।
- रेडियोग्राफर आपको एक्स-रे मशीन और इमेजिंग डिवाइस के बीच रखेगा जो आपके शरीर के उस हिस्से से प्रसारित होने वाले एक्स-रे को कैप्चर करता है।
- रेडियोग्राफर आपके शरीर के कुछ हिस्सों को लीड एप्रन से ढक सकते है। और इसका उद्देश्य विकिरण के अनावश्यक जोखिम के जोखिम को कम करना है।
- प्रत्येक चित्र के लिए आपके शरीर को सही स्थिति में रखने के लिए रेडियोग्राफर को आपको छूने की आवश्यकता होगी।
- प्रत्येक छवि लेते समय रेडियोग्राफर नियंत्रण संचालित करता है। ऐसा करने के लिए, वे एक स्क्रीन के पीछे खड़े होंगे और यदि आवश्यक हो तो आपको निर्देश देंगे।
- प्रत्येक तस्वीर लेते समय आपको कुछ सेकंड के लिए अपनी सांस रोकने के लिए कहा जा सकता है, ताकि सांस लेने की गति से तस्वीरें धुंधली न हो जाएं।
- उदाहरण के लिए, हाथ की एक सीधी पारंपरिक एक्स-रे परीक्षा में आमतौर पर कुछ मिनट लगते है। जबकि अन्य प्रकार की एक्स-रे जांच में अधिक समय लग सकता है।
सुझाव :
एक्स-रे (X-rays) करवाते वक़्त व्यक्ति को डॉक्टर के बताए अनुसार चलना चाहिए और किन बातों का इस दौरान ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में भी आप डॉक्टर से जानकारी लें सकते है।
एक्स-रे (X-rays) के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !
आप चाहें तो एक्स-रे को कल्याण डायग्नोस्टिक हॉस्पिटल से भी करवा सकते है। पर एक्स-रे का चयन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
निष्कर्ष :
एक्स-रे की मदद से हम अपने शरीर की तमाम समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है, इसलिए जरूरी है की अगर आप किसी अंधरुनि समस्या का सामना कर रहें है, तो इसके लिए आपको एक्स-रे का चयन करना चाहिए।