क्या है एमआरआई (MRI) स्कैन व इससे जुडी संबंधित जानकारी ?


क्या है एमआरआई (MRI) स्कैन व इससे जुडी संबंधित जानकारी ?

एमआरआई (MRI) स्कैन कैसे हमारे शरीर के आंतरिक अंगों की जाँच के लिए बेहतर माना जाता है, और इसकी जरूरत व्यक्ति को कब पड़ती है, इसका चयन किन्हें करना चाहिए जैसे तमाम एमआरआई से जुड़े प्रश्नों का उत्तर हम आज के लेख में प्रस्तुत करेंगे ;

एमआरआई (MRI) स्कैन की जरूरत कब पड़ती है ? 

  • जब हमें जोड़ों और हड्डियों से सम्बंधित बीमारियों का डायग्नोसिस कराने की जरूरत पड़े।
  • हृदय से सम्बंधित बीमारियों की पहचान करने के लिए।
  • ब्रेस्ट कैंसर के खतरे का पता लगाने के लिए।
  • रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क की समस्याओं का पता लगाने के लिए।
  • गर्भ और लिवर कैंसर का डायग्नोसिस करने के लिए।
  • इनफर्टिलिटी का इलाज करवा रही महिलाओं में गर्भाशय की असामान्यताओं का पता लगाने के लिए।
  • महिलाओं में पैल्विक दर्द के कारणों का मूल्यांकन करने के लिए, जिसमें एंडोमेट्रियोसिस और फाइब्रॉएड शामिल होता हैं

क्या है एमआरआई (MRI) स्कैन ?

  • चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग यानि मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग एक चिकित्सा इमेजिंग तकनीक है जो कि आपके शरीर में अंगों और ऊतकों की विस्तृत छवियां बनाने के लिए चुंबकीय क्षेत्र और कंप्यूटर से उत्पन्न रेडियो तरंगों का उपयोग करती है। यह एक्स-रे (विकिरण) का उपयोग नहीं करता है।
  • अधिकांश एमआरआई मशीनें बड़ी, ट्यूब के आकार की चुम्बक होती है। वहीं जब आप MRI मशीन के अंदर लेटते है, तो चुंबकीय क्षेत्र अस्थायी रूप से आपके शरीर में पानी के अणुओं को पुन: संरेखित करता है।

एमआरआई (MRI) स्कैन होने के दौरान क्या होता है !

  • इस स्कैन के दौरान आपके शरीर के जिस हिस्से का स्कैन होना होता है उस हिसाब से आपको लेटाया जाता है। अर्थात यह निर्णय किया जाता है कि आपके पैर आगे होने है या आपका सिर।
  • एमआरआई स्कैनर एक रेडियोग्राफर की मदद से काम करता है जोकि तस्वीरों को बाहर निकालता है। इसे एक कंप्यूटर की सहायता से ऑपरेट किया जाता है और इसे दूसरे कमरे में रखा जाता है ताकि वह स्कैनर में लगे मैग्नेट के सम्पर्क में न आ पाए।
  • आप एक इंटरकॉम के माध्यम से रेडियोग्राफर से बात भी कर सकते है और वह स्कैन करने के दौरान आपको मॉनिटर पर देख भी सकते है।
  • स्कैन के दौरान स्कैनर जोर-जोर से आवाजें भी निकालता है। यह स्कैनर के अंदर इलेक्ट्रिक करंट होता है जो बार-बार ऑन व ऑफ किया जाता है। आपको हेड फोन भी पहनने को दिए जाते हैं।
  • आपको पूरी स्कैन के दौरान एक ही अवस्था में रहना होता है। यह स्कैन आपके शरीर के स्कैन होने वाले भाग के आधार पर 15 से 90 मिनट लंबा चल सकता है।

एमआरआई (MRI) स्कैन के दौरान कौन-सी तैयारियां करें ! 

  • अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर आपको एक गाउन चेंज करने को बोल सकते है, क्योंकि यह आवश्यक होता है ताकि  स्कैनर के अंदर जाने से पहले आपके शरीर में कोई भी मेटल की वस्तु न पहनी हुई हो। इसलिए डॉक्टर आपको आपके गहने व सभी मेटल की चीजें जो आपने पहनी हुई हैं को निकालने के लिए बोलते है।
  • यदि किसी व्यक्ति के अंदर किसी प्रकार का मेटल है जैसे कोई बुलेट या मेटैलिक तो यह स्कैन नहीं हो सकता, वहीं आपके किसी ऑर्गन की विजिबिलिटी को बढ़ाने के लिए डॉक्टर्स आपको इंजेक्शन भी दे सकते है।

एमआरआई (MRI) स्कैन की तैयारियों का चयन करने से पहले एक बार लुधियाना में MRI का खर्च कितना आता है इसके बारे में जरूर जनकारी हासिल करें।

एमआरआई (MRI) स्कैन का कोई नुकसान भी है ?

वैसे तो किसी मरीज पर एमआरआई स्कैन का कोई नुकसान या कोई साइड इफेक्ट कम देखने को मिलता है। लेकिन फिर भी कंट्रास्ट डाई के कारण आपका जी घबरा सकता है, आपके सिर में दर्द हो सकता है और कुछ लोगों को तो जलन या इंफेक्शन भी हो जाता है। इसके कारण एलर्जी भी हो जाती है। इससे आंखों में भी कभी कभार खुजली हो जाती है। यदि आपको इस प्रकार का कोई साइड इफेक्ट देखने को मिलता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

एमआरआई (MRI) स्कैन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

एमआरआई का चयन अगर आप अपने शरीर की समस्याओं का पता लगाने के लिए करना चाहते है तो इसके लिए आपको कल्याण डायग्नोस्टिक्स हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। 

निष्कर्ष :

एमआरआई जांच के बाद अपनी बीमारी का इलाज अच्छे से करवाए ताकि आपके शरीर में किसी भी तरह की परेशानी न आ सकें। और साथ ही जाँच से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके लिए आर्टिकल को जरूर से पढ़े।

जानिए कैसे MRI और CT Scan के बीच के अंतर को समझना है जरूरी ?

MRI और CT Scan जोकि दोनों ही आपके शरीर के अंधरुनि बीमारियों की अच्छे से जाँच करने में काफी सहायक है। पर आज भी बहुत से ऐसे लोग है जिन्हे इन दोनों के बीच के अंतर को समझने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो अगर आपकी परेशानी भी इन दोनों के बीच के अंतर को समझने की है तो इसके लिए आपको आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहना है ;

 

MRI और CT Scan के बीच क्या अंतर है ?

  • एमआरआई मशीन जोकि हमारे शरीर के भीतर की तस्वीरें लेता है और किसी भी प्रकार की समस्या होगी उसको उजागर करता है। 
  • ठीक इसी तरह, सीटी स्कैन मशीन भी हमारे शरीर के अंदर की तस्वीरें लेता है और समस्याओं का खुलासा करता है।  
  • वहीं MRI मशीन से CT Scan नहीं किया जा सकता है और न ही CT Scan मशीन से MRI किया जा सकता है, क्युकी MRI मशीन रेडियो तरंगों के जरिए काम करती है, तो वहीं CT Scan मशीन एक्स-रे के जरिए काम करती है। 
  • बात करें इन दोनों मशीनों की तो इन्हे किसी विशेष जांच के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है, जैसे MRI मशीन मुख्यतः जोड़ों, दिमाग, कलाई, टखने, छाती, हृदय, रक्त वाहिकाओं की जांच के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। 
  • वहीं, CT Scan मशीन से टूटी हड्डियों, ट्यूमर, कैंसर, इंटरनल ब्लीडिंग, संक्रमण आदि का पता लगाया जाता है।

 

MRI और CT Scan का खर्चा कितना आता है ?

  • वैसे ज्यादातर मामले में लोग MRI की जगह CT Scan को करवाना सही समझते है, क्युकी MRI स्कैन का खर्चा ज्यादा है। 
  • लुधियाना में MRI का खर्च कंट्रास्ट के साथ या सादे में करवाने पर आपको 14,300 रुपये खर्चने पड़ सकते है। 
  • वहीं अगर आप स्तन का एमआरआई स्कैन करवाते है, तो इसके लिए आपको 10,725 रुपये खर्चने पड़ सकते है। 
  • ऐसे ही MRI की जाँच शरीर के विभिन्न अंगो के हिसाब से अलग-अलग है। 
  • वही बात करें सीटी स्कैन की तो इसकी लागत भी स्कैन किए जा रहे शरीर के अंग के अनुसार अलग-अलग होती है, जैसे कंट्रास्ट सीटी स्कैन की लागत मानक सीटी स्कैन से अधिक होती है। 
  • वहीं लुधियाना में CT स्कैन का खर्च 2,500 से लेकर 5,000 रूपए तक है।

 

क्या MRI और CT Scan की मशीनें खतरनाक हो सकती है ?

  • दरअसल MRI मशीनों में ताकतवर चुंबकीय शक्ति होती है, ऐसे में जैसी ही धातु की कोई चीज इसके संपर्क में आती है तो यह हलचल पैदा कर सकती है. इसलिए एमआरआई से पहले मरीज के सभी प्रकार के जेवर, कड़े आदि निकलवा दिए जाते है। 
  • वहीं सीटी स्कैन गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिमभरा हो सकता है, क्योंकि ये गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। तो कुछ मामलों में डॉक्टर इस टेस्ट को करवाने की सलाह देते है। लेकिन जरूरी है की इन दोनों टेस्टों का चयन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

MRI और CT Scan को करवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखें !

  • अगर CT स्कैन की बात करें तो अगर इससे आप जांच करवाने का सोच रहें है, तो इसके लिए अगर सुबह 8 से 9 बजे के बीच आपकी जाँच होनी है, तो रात में 12 बजे के बाद कुछ न खाएं।
  • सूती कपडे पहने।
  • अगर डायबीटीज के मरीज है, तो शुगर 100 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • कपड़ों में मेटल बिल्कुल न लगा हों। 
  • वहीं MRI स्कैन के लिए आपको मेटल से बनी कोई भी वस्तु जैसे घड़ी, जूलरी, यहां तक कि मंगलसूत्र भी उतारकर जांच के लिए जाना चाहिए।
  • मेटल के बने हुए नकली दांत और विग भी उतार देना चाहिए, क्योंकि इनमें भी धातु के कुछ टुकड़े होते हैं।
  • सुनने की मशीन, हेयर पिन भी निकाल दें।
  • कोई भी ऐसी चीज न पहने जिसमे मेटल वायर का उपयोग होता है।
  • चश्मा, बेल्ट, पर्स, सिक्के, जूते, चप्पल तो मशीन के अंदर पहनकर बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। 

MRI और CT स्कैन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप MRI और CT स्कैन से अपनी जाँच करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको कल्याण डायग्नोस्टिक्स हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। 

सारांश :

आप अपने शरीर में आए किसी भी तरह के दिक्तत को MRI और CT स्कैन की मदद से जान सकते है, बस इसमें आपको एक बात का खास ध्यान रखना है की इसके जोखिम कारकों को नज़रअंदाज़ नहीं करना है और इस स्कैन का चयन करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें खास कर गर्भवती महिलाएं।

एमआरआई (MRI) स्कैन की क्या है लागत और इसको कैसे, कब और क्यों किया जाता है ?

एमआरआई (MRI) स्कैन कैसे एक व्यक्ति की बीमारी का खुल के विश्लेषण करने के बाद उसकी बीमारी को चित्रों के माध्यम से सामने प्रस्तुत करते है, तो आइये जानते है की एमआरआई (MRI) स्कैन की लागत क्या है तो इसका चयन व्यक्ति को कब और किस स्थिति में करना चाहिए ;

क्या है एमआरआई (MRI) स्कैन ?

  • एमआरआई (MRI) का मतलब चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग है। यह शरीर में कई प्रकार की बिमारियों के बारे में पता करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 
  • एमआरआई मशीन एक चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों से मानव शरीर में पानी के अणुओं के साथ इंटरैक्ट करता है ओर आखिर में एमआरआई मशीन अंगों की विस्तृत तस्वीरें बनाती है। 
  • शरीर में जिस हिस्से में पानी शामिल नहीं है जैसे दांत और हड्डियां, वहां एमआरआई स्कैन से कुछ दिखाई नहीं देता। 
  • एमआरआई स्कैन में किसी भी प्रकार का दर्द नहीं होता। चुंबकीय किरण सुरक्षित मानी जाती है और इसलिए एमआरआई स्कैन एक सुरक्षित प्रक्रिया है।

एमआरआई (MRI) स्कैन क्यों किया जाता है ?

  • ह्रदय संबंधी बीमारी के बारे में जानने के लिए। 
  • ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए। 
  • रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क कैंसर का पता लगाने के लिए। 
  • गर्भ और लिवर कैंसर का पता लगाने के लिए। 
  • शरीर के विभिन भागों में अल्सर, ट्यूमर या अन्य बीमारियों का पता लगाने के लिए। 
  • कंधे, घुटने या टखने की हड्डियों का एमआरआई स्कैन। 
  • रीढ़ की हड्डी का एमआरआई स्कैन आदि।

एमआरआई (MRI) स्कैन करवाने से पहले व्यक्ति को किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है !

  • इस प्रक्रिया में सबसे पहले एक बड़ी गोलाकार जगह होती है, जिसमे व्यक्ति को एक टेबल पर लेटाकर मशीन के अंदर भेजा जाता है।
  • फिर मरीज़ से पर्स, बटुआ, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या चिप के साथ किसी भी अन्य कार्ड को ले लिया जाता है। 
  • मोबाइल फोन या कोई भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण। 
  • आभूषण या घड़ी। 
  • सिक्के जा अन्य धातु आइटम को मशीन के अंदर जाने से पहले ही निकलवा लिया जाता है।
  • इसके अलावा शरीर में कोई धातु की रॉड या प्लेट अगर पड़ी है, तो भी खतरा हो सकता है इस स्कैन का। 
  • संयुक्त प्रतिस्थापन या कृत्रिम अंग भी खतरा है। 
  • कभी-कभी श्रृंगार और नेल पॉलिश आदि में धातु हो सकती है, इसलिए जरूरी है की एमआरआई स्कैन से पहले इसे हटा लें। 
  • दांत का भराव छवियों को विकृत कर सकता है और इसलिए रेडियोलाजिस्ट के साथ चर्चा करने के बाद ही इस स्कैन का चयन करें।

एमआरआई (MRI) स्कैन का चयन किन्हें नहीं करना चाहिए !

  • जिन लोगों के शरीर में किसी भी तरह की धातु है उन्हें इस स्कैन की अनुमति नहीं दी जा सकती है। 
  • जो महिलाएं गर्भवती या स्तनपान करा रही है, उन्हें भी इस स्कैन से बचना चाहिए। हालांकि कुछ डॉक्टरों का कहना है की, एमआरआई स्कैन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन ध्यान रखें आम तौर पर स्कैन गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में नहीं किया जाता है। वहीं इस स्कैन का चयन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

भारत में एमआरआई (MRI) स्कैन की लागत क्या है ?

  • भारत या फिर लुधियाना में MRI का खर्च औसतन, 1500 से 25,000 भारतीय रूपए के हिसाब से है।
  • वहीं इसकी लागत निर्भर करती है की आप इस टेस्ट को कहा से करवा रहें है और शरीर के किस अंग का टेस्ट आपके द्वारा करवाया जा रहा है। 
  • अगर आपके द्वारा MRI स्कैन पूरे शरीर का करवाया जाता है तो इसका खर्चा 7000 से लेकर 15,000 तक का भी आ सकता है।

एमआरआई (MRI) स्कैन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

आप वाजिफ दाम में एमआरआई (MRI) स्कैन को कल्याण डायग्नोस्टिक्स हॉस्पिटल से भी करवा सकते है। 

सुझाव :

यदि आपको अपने शरीर में अंदरूनी बीमारी काफी दिनों से महसूस हो रहीं है, तो इससे बचाव के लिए आपको समय रहते एमआरआई (MRI) स्कैन का चयन कर लेना चाहिए। 

निष्कर्ष :

उम्मीद करते है की आपको इस छोटे से आर्टिकल के माध्यम से पता चल गया होगा की क्या है, एमआरआई (MRI) स्कैन और इसकी सम्पूर्ण जानकारी।

अपने बच्चे को एमआरआई (MRI) स्कैन के लिए कैसे करें तैयार !

चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग यानि मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग (MRI) आपके शरीर के संपूर्ण समस्याओं की अच्छे से जाँच लेने में काफी माहिर है, इसके अलावा एमआरआई स्कैनर(MRI) को करवाने के लिए हम अपने बच्चे को कैसे तैयार कर सकते है, और इस स्कैन को करवाते समय किन बातों का ध्यान रखें, इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे, तो अगर आपका बच्चा भी अंधरुनि शारीरिक समस्याओं का सामना कर रहा है तो इसके लिए आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें;

बच्चों के लिए क्या है एमआरआई (MRI) स्कैन ?

  • बच्चे हो या बड़े शरीर की अंधरुनि समस्याओ के बारे में जानने के लिए आपको एमआरआई की जरूरत पड़ती है। 
  • एमआरआई (MRI) स्कैनर तस्वीरों को बनाने के लिए प्रबल चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों (रेडियोफ़्रीक्वेंसी ऊर्जा) का उपयोग करते है। 
  • एमआरआई जांच के दौरान, आपके बच्चे को एक प्रबल चुंबकीय क्षेत्र के अंदर रखा जाएगा। फिर रेडियो तरंगें मशीन से भेजी और प्राप्त की जाती है। इस मशीन के अंदर सिग्नल शरीर के स्कैन किए गए हिस्से की डिजिटल तस्वीरें बनाते है। 
  • वहीं तस्वीरों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक कंट्रास्ट एजेंट का उपयोग भी किया जा सकता है।

अगर आपने अपने बच्चे का एमआरआई करवाना है तो इसके लिए आप लुधियाना में MRI का खर्च कितना आता है, इसके बारे में जरूर जानकारी हासिल करें।

बच्चे को एमआरआई (MRI) स्कैन के लिए कैसे तैयार करें ?

  • अपने बच्चे को एमआरआई स्कैनर क्या है, समझाने के लिए आप बच्चे के सामने इसकी तुलना एक बड़े कैमरे से कर सकते है, जो एक शक्तिशाली चुंबक (फ्रिज पर लगे चुंबक की तरह, लेकिन बहुत बड़ा) और रेडियो तरंगों (जैसे ध्वनि) का उपयोग करके उनके शरीर के अंदर की तस्वीर लेता है।
  • वहीं बच्चे को इस मशीन के अंदर भेजने से पहले उन्हें मशीन की एक तस्वीर दिखाएँ और समझाएँ कि उन्हें अंदर बिल्कुल स्थिर होकर लेटना होगा, ताकि इस कैमरे से उनकी तस्वीर अच्छे से ली जा सके।
  • इस एमआरआई स्कैन को करवाते वक़्त बिल्कुल भी दर्द नहीं देता है, ये बात बच्चे को जरूर बताए। लेकिन इस मशीन के अंदर कुछ तेज़ आवाज़ें और घरघराहट हो सकती है। हालाँकि, नर्स उन्हें हेड फ़ोन या इयरप्लग देगी जिससे ध्वनि धीमी हो जानी चाहिए।
  • लेकिन इस स्कैन को करवाते वक़्त कुछ बच्चे स्थिर नहीं लेट सकते तो ऐसी अवस्था में बच्चे को बेहोशी की दवा को देना सही होगा, लेकिन ये दवा देने से पहले बच्चे की देखभाल टीम से जरूर बात करें।

एमआरआई (MRI) स्कैन में बच्चे के द्वारा पुछे गए प्रश्नो का उत्तर !

  • इस स्कैन को लेकर आपके बच्चे के दिमाग में बहुत से प्रश्न घूम रहें होंगे, जैसे बच्चा सोच रहा होगा कि प्रक्रिया में कितना समय लगेगा या वह पूछ सकता है कि परीक्षण के बाद उन्हें कैसा महसूस हो सकता है। इसलिए उन्हें आश्वस्त करने का एक तरीका यह है कि डॉक्टर को एक साथ बुलाया जाए और सभी संदेह दूर किए जाएं।
  • यदि आपका बच्चा चोट या मस्तिष्क रोग से परेशान है तो इसके लिए आप सीटी स्कैन का चयन कर सकते है, पर ध्यान रहें लुधियाना में CT स्कैन का खर्च कितना आता है इसके बारे में जरूर जानकारी हासिल करें।

सीटी (CT) व एमआरआई (MRI) स्कैन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल या सेंटर !

अगर आप सीटी (CT) या एमआरआई (MRI) स्कैन का चयन करना चाहते है तो इसके लिए आपको कल्याण डायगनोस्टिक्स सेंटर का चयन करना चाहिए। वहीं आपको बता दे की इस सेंटर में उचित दाम में ये दोनों टेस्ट अनुभवी डॉक्टरों के द्वारा आधुनिक उपकरण की मदद से किया जाता है।

निष्कर्ष :

यदि आपने अपने बच्चे का एमआरआई (MRI) स्कैन करवाना है तो जरूरी है की पहले आप अपने बच्चे को इस स्कैन के बारे में अच्छे से जानकारी दे ताकि जब बच्चे का टेस्ट किया जाए तो न डॉक्टर को किसी तरह की परेशानी आए और न ही बच्चे को।

क्यों किया जाता है एमआरआई (MRI) और सीटी स्कैन (CT), जानें इनके बीच का अंतर ?

एमआरआई और सीटी स्कैन क्या है और इनकी मदद से कैसे हम बीमारियों के बारे में जानकारी हासिल करके अच्छे से इलाज शुरू करवा सकेंगे। तो आज के आर्टिकल में हम इसके बारे में बताएंगे की ये दोनों टेस्ट है क्या ;

क्या है एमआरआई टेस्ट ?

  • रेडियो तरंगों और चुम्बकों का उपयोग करके, आपके शरीर के अंदर की वस्तुओं को देखने के लिए एमआरआई (MRI) का उपयोग किया जाता है। 
  • वही इसमें एक निरंतर चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो फ्रीक्वेंसी आपके शरीर में फैट और पानी के अणुओं से उछलती है। 
  • इसमें शरीर के अंदर की उच्च गुणवत्ता वाली, विस्तृत तस्वीरें बनाने के लिए एक बड़े चुंबक, रेडियो तरंगों और कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। वही बता दे की एमआरआई का जाँच दर्दरहित होता है। 

एमआरआई (MRI) करवाने से क्या पता चलता है ?

  • मस्तिष्क, रीढ़, जोड़ों, हृदय, लीवर, और कई अन्य अंगों जैसे शरीर के कोमल-ऊतक संरचनाओं की एमआरआई (MRI) चित्रों के द्वारा ज्यादा सटीक रूप से पहचाना जा सकता है। कैंसर, हृदय की बीमारी, मांसपेशियों और हड्डियों की बीमारियों, और कई अन्य बीमारियों का डायग्नोसिस एमआरआई स्कैन से किया जा सकता है।

किन कारणों से एमआरआई (MRI) करवाया जाता है ? 

  • एमआरआई टेस्ट डॉक्टर इसलिए करवाते है ताकि उन्हें किसी बीमारी या चोट के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल कर सके। 
  • वही एमआरआई आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों पर किया जाता है। और यह कोमल टिशूज और तंत्रिका तंत्र को देखने के लिए विशेष रूप से उपयोगी माना जाता है।

एमआरआई (MRI) टेस्ट का खर्चा कितना आता है ?

  • एमआरआई की जांच के लिए मरीज से 500 से लेकर 8 हजार या उससे ज्यादा की फीस ली जाती है। हालांकि ये टेस्ट अभी कॉन्ट्रैक्ट बेस पर मशीनें लगाकर करवाई जा रही है। वही लुधियाना में MRI का खर्च हॉस्पिटल और मशीनों पर निर्भर करता है।

एमआरआई (MRI) और सीटी (CT) स्कैन के बीच का अंतर क्या है ?

  • यह दोनों मशीनें देखने में भले एक जैसी लगती हों, लेकिन इन दोनों के बीच में बड़ा अंतर है। MRI मशीन जहां रेडियो तरंगों के जरिए काम करती है, वहीं सिटी स्कैन मशीन एक्स-रे के जरिए काम करती है। 
  • एमआरआई मशीन का काफी शोर होता है, इसलिए मरीज की सुविधा को देखते हुए उन्हें हेडफोन लगा दिया जाता हैं, ताकि वे मशीन के शोर से परेशान न हों। 

सीटी (CT) स्कैन का टेस्ट किस लिए किया जाता है ?

 

  • वही विभिन्न प्रकार के हृदय रोग या असामान्यताओं का संदेह होने पर हृदय के सीटी स्कैन का आदेश दिया जा सकता है।

सीटी (CT) स्कैन की लागत क्या है ?

सीटी (CT) या एमआरआई (MRI) स्कैन करवाने का बेहतरीन हॉस्पिटल या सेंटर ?

  • अगर आप सही कीमत में सीटी और एमआरआई स्कैन करवाना चाहते है तो इसके लिए आप कल्याण डायग्नोस्टिक हॉस्पिटल का चयन जरूर से करें। 

निष्कर्ष :

  • उम्मीद करते है की अब आपको पता चल गया होगा की एमआरआई और सीटी स्कैन से जाँच कैसे की जाती है। और ये किन-किन बीमारियों की जाँच के लिए प्रयोग में लाया जाता है।

What are the treatment options?

The treatment for shoulder pain largely depends on the reason and intensity of the pain. Occupational or physical therapy is one of the most common treatments. It includes using a sling that immobilizes your shoulder or surgery if nothing else works.

NSAIDs (Nonsteroidal Anti-inflammatory medications) or corticosteroids are also prescribed to some patients for pain management.

If you have been suffering from shoulder pain and your doctor has prescribed lab tests, Kalyan Diagnostics has for you a range of pocket-friendly healthcare packages that you can choose according to your needs and budget.

How do I get my shoulder to stop hurting?

You can perform easy shoulder exercises to strengthen your muscles and tendons. However, it’s wise to seek help from a professional physiotherapist. If you try your DIY skills here, you can aggravate the problem even more.

If you have had issues with your shoulder in the past, then you can apply ice on the affected area after exercising. It will help you prevent injuries in the future.

How should a shoulder pain diagnosis be done?

If, how should I sleep with shoulder pain​ is what you are concerned about, shoulder pain diagnosis is a must. You need to see a qualified medical professional for this.

A doctor will ask for your medical history and perform a physical examination to find out whether or not there is swelling or tenderness of bones.

They might ask you questions like:

  • Do you feel pain in one shoulder or both?
  • Is it sudden, or comes on gradually?
  • Is the pain faint or sharp, etc.  

Asking these questions will help them treat you properly.

They will also examine joint stability and extent of motion. Apart from physical examination, they are likely to perform imaging tests like MRI or X-Ray, as and when needed, to get a better insight into your pain and diagnose your condition in a better way.

What is causing my shoulder pain?

If you are wondering what is causing your shoulder pain, these could be the possible reasons. Let’s explore in detail!

There could be many factors or health conditions contributing to shoulder pain. However, one of the most common causes could be rotator cuff tendinitis or tendonitis. It is a condition that impacts your muscles and tendons that are responsible for the movement of your shoulder joint.

Impingement syndrome or shoulder impingement is another major cause of pain in your shoulders. It is caused when a tendon rubs on your shoulder blade due to an impact.

There are certain situations where injury in any other part of your body, basically your biceps, arms or neck leads to shoulder pain. Such pain is termed as referred pain. However, a referred pain is much more manageable from pains due to direct injury to your shoulders.

Sometimes, people experience shoulder pain at night because of sleeping disorders.

Besides these, other causes behind shoulder pain are likely to be the following:

  • A torn rotator cuff or cartilage
  • Arthritis
  • Swollen tendons
  • Swollen bursa sacs
  • Spurs on the shoulders
  • A broken or fractured arm bone or shoulder
  • A pinched nerve
  • A dislocated shoulder
  • Frozen shoulder
  • Gastric problems
  • Injury in the spinal cord
  • Heart problems
  • Heart attack

Symptoms of Shoulder Pain

There is no particular symptom that defines shoulder pain. The ​symptoms of shoulder pain ​can be different for different people. For some people, the pain could be dull, while for others, it could be sudden and severe. In some cases, doing certain types of activities triggers the pain to a great extent. In some people, shoulder pain at night could be nightmarish.

So, what are the probable reasons behind shoulder pain? This content ​ touches upon  ​the causes behind the same, and the available treatment options.