क्या है दिमाग का एमआरआई (MRI) व इसकी सम्पूर्ण प्रक्रिया और खर्च ?


क्या है दिमाग का एमआरआई (MRI) व इसकी सम्पूर्ण प्रक्रिया और खर्च ?

जैसे शरीर में कोई परेशानी होती है तो उसके बारे में जानने के लिए आपको एक्स-रे की जरूरत होती है ठीक उसी तरह दिमाग में अगर कोई परेशानी व्यक्ति के होती है तो इसके लिए उसे एमआरआई (MRI) स्कैन करवाने की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा इस स्कैन का चयन किन्हें करना चाहिए और इसको करवाने की सम्पूर्ण प्रक्रिया क्या है इसके बारे में भी बात करेंगे ; 

किन लोगों को एमआरआई (MRI) करवाने की जरूरत पड़ती है ?

  • एमआरआई स्कैन का उपयोग उन स्थितियों की जांच या निदान करने के लिए किया जाता है जो नरम ऊतकों को प्रभावित करती हैं, जैसे कैंसर सहित ट्यूमर, नरम ऊतकों की चोटें जैसे क्षतिग्रस्त स्नायुबंधन आदि।
  • मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी में कुछ तकलीफ होने पर।
  • ब्रेस्ट कैंसर की सम्भावना वाली महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग।
  • कमर या घुटनों जैसे जोड़ों में चोट का पता लगाने के लिए एमआरआई (MRI) स्कैन का चयन करना चाहिए।

दिमाग का एमआरआई (MRI) स्कैन कैसे किया जाता है?

  • एमआरआई (MRI) स्कैनर एक सिलेंडरनुमा मशीन होती है जो दोनों तरफ़ से खुली होती है। वही जो व्यक्ति एमआरआई की जांच करवाते है उन्हें मोटराइज़्ड बेड पर लेटना होता है।  
  • इसके अलावा कुछ मामलों में शरीर के किसी ख़ास हिस्से पर फ़्रेम रखा जाता है जैसे कि सिर या छाती पर। 
  • इसके बाद जब आप मशीन में लेट जाते है तो चुंबकीय क्षेत्र अस्थायी रूप से आपके शरीर में पानी के अणुओं को पुन: व्यवस्थित करता है। रेडियो तरंगें इन व्यवस्थित हुए परमाणु से संकेतों का उत्पादन करती हैं। इनका उपयोग क्रॉस-सेक्शनल एमआरआई चित्रों को बनाने के लिए किया जाता है।

दिमाग के एमआरआई (MRI) का खर्चा कितना आता है ?

  • एमआरआई स्कैन की औसतन लागत 4000 भारतीय रूपए से लेकर 25,000 के बीच है। वही आपके स्कैन की लागत आपने शरीर के किस हिस्से का स्कैन करवाना है इस बात पर भी निर्भर करता है। 
  • वही लुधियाना में MRI का खर्च डॉक्टर द्वारा लिया गया शुल्क, अस्पताल की प्रतिष्ठा और मामले की जटिलता जैसे कई कारकों के आधार पर लागत अत्यधिक परिवर्तनशील हो जाती है। 

क्या है दिमाग का एमआरआई (MRI) स्कैन ?

  • दिमाग का एमआरआई (MRI) स्कैन करवाने का मतलब ये जानना होता है की आप किस तरह से अपनी परेशानियों के बारे में जान सकते है इसके अलावा दिमाग का एमआरआई (MRI) एक मशीन के द्वारा किया जाता है। 
  • ये मशीन मदद करती है ये जानने के लिए की आखिर व्यक्ति के दिमाग में कौन-सी बीमारी चल रही है। 

तो वही अगर आपको दिमाग को छोड़कर शरीर के किसी हिस्से में परेशानी है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में CT स्कैन का खर्च जानके इसे करवाने के बारे में जरूर विचार करना चाहिए।

दिमाग के एमआरआई (MRI) स्कैन के लिए बेहतरीन हॉस्पिटल ?

  • अगर आपको अपने दिमाग का एमआरआई (MRI) सही लागत में करवाना है तो इसके लिए आपको कल्याण डायग्नोस्टिक्स सेंटर का चयन करना चाहिए। इसके अलावा इसकी जाँच को करवाने के बाद आप किस तरह की परेशानियों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है, इसके बारे में हम आपको उपरोक्त बता चुके है। 

निष्कर्ष :

दिमाग का एमआरआई (MRI) स्कैन करवा कर आप किस तरह से अपनी परेशानियों या बीमारियों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है इसके बारे में आपको पता चल चूका होगा। तो अगर आप चाहते है की आपको ज्यादा खर्चा न करना पड़े अपने स्कैन को लेकर तो उपरोक्त सेंटर का चयन जरूर करें।

जानिए क्या अंतर है, एमआरआई (MRI) और सीटी (CT) स्कैन में ?

एमआरआई (MRI) और सीटी (CT) स्कैन जिसको लेकर बहुत से लोगों में कन्फूज़न रहती ही की आखिर इन दोनों में अंतर क्या है, और किस बीमारी को जानने के लिए हमे सीटी (CT) और एमआरआई (MRI) स्कैन का चयन करना चाहिए। तो अगर आपमें भी इन दोनों स्कैन को लेकर दुविधा है, तो इसके लिए आप आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े और साथ ही हमारी पूरी कोशिश रहेगी की हम आपके दुविधा का समाधान इस छोटे से आर्टिकल के माध्यम से दे सके ;

क्या है एमआरआई (MRI) स्कैन ?

  • रेडियो तरंगों और चुम्बकों का उपयोग करके, आपके शरीर के अंदर की वस्तुओं को देखने के लिए MRI का उपयोग किया जाता है। 
  • इसमें एक निरंतर चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो फ्रीक्वेंसी आपके शरीर में फैट और पानी के अणुओं से उछलती है। रेडियो तरंगों को मशीन में एक रिसीवर के माध्यम से प्रेषित किया जाता है, जिसे शरीर की एक छवि में अनुवादित किया जाता है। 
  • वहीं एमआरआई की बात करें तो यह एक लाउड मशीन है। आमतौर पर, इस मशीन के अंदर काफी शोर होता है, इसलिए इस शोर से बचाने के लिए डॉक्टर आपको इयरप्लग या हेडफोन देते है।

एमआरआई (MRI) स्कैन की जरूरत कब पड़ती है ?

  • जब मस्तिष्क में चोट लगी हो। 
  • कैंसर होने पर। 
  • रीड़ की हड्डी में चोटें को जानने के लिए। 
  • आंखों की समस्या होने पर। 
  • भीतरी कान की समस्याओं में। 
  • दिल की बीमारी में। 
  • गठिया की समस्या होने पर। 
  • हड्डी में संक्रमण के कारण। 
  • जोड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारियों में। 
  • रीढ़ की हड्डी में डिस्क की समस्या। 
  • स्तन कैंसर के कारण। 
  • लिवर और किडनी में समस्या होने पर।

एमआरआई (MRI) के दौरान क्या होता है ?

  • आप परीक्षण के दौरान जोर से थंपिंग या टैपिंग ध्वनि सुन सकते है। 
  • आप टेस्टिंग के दौरान एक मरोड़ महसूस कर सकते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एमआरआई आपके शरीर में नसों को उत्तेजित करता है। 
  • वहीं एमआरआई स्कैन में 20 से 90 मिनट का समय लग सकता है। 

एमआरआई (MRI) टेस्ट करवाने से पहले एक बार लुधियाना में MRI का खर्च कितना है, इसके बारे में जरूर जानकारी हासिल करें।

क्या है सीटी (CT) स्कैन ?

  • सीटी स्कैन विशेष एक्स-रे परीक्षण है, जो एक्स-रे और एक कंप्यूटर का उपयोग करके शरीर की क्रॉस-सेक्शनल छवियां उत्पन्न करते है। इसे सिर से लेकर पैर तक शरीर के किसी भी हिस्से की जाँच करने के लिए किया जाता है। सीटी स्कैन द्वारा दी गई जानकारी छाती के एक्स-रे से कहीं अधिक है।
  • वहीं सीटी (CT) स्कैन गर्भवती महिलाओं को नहीं कराना चाहिए।

किन बीमारियों को जानने के लिए सीटी (CT) स्कैन का चयन किया जाता है ?

  • मांसपेशियों संबंधी समस्या को। 
  • हड्डी से संबंधित गंभीर बीमारियों को। 
  • कैंसर के इलाज के दौरान भी आप इससे अपनी जाँच करवा सकते है। 
  • शरीर की किसी अंदरूनी चोट के इलाज के लिए। 
  • हार्ट से संबंधित समस्याओं या बीमारी के इलाज को करवाने के लिए भी आप इस स्कैन का चयन कर सकते है।

कैसे किया जाता है सीटी (CT) स्कैन ?

  • सीटी स्कैन के लिए रोगी को सीटी स्कैन मशीन के अंदर लेटाया जाता है, यह मशीन सुरंग की तरह होती है जिस पर लेटाकर व्यक्ति को अंदर ले जाया जाता है। 
  • शरीर के जिस हिस्से का सीटी स्कैन करना होता है, उसी हिस्से के फोटोग्राफ लिए जाते है। 
  • सीटी स्कैन के बाद फोटो कंप्यूटर में भेजी जाती है, फिर इनकी थ्री डी पिक्चर्स बनाकर असेंबल कर दिया जाता है, जिसकी स्टडी करके डॉक्टर्स रोगी की सही स्थिति की जानकारी प्राप्त कर लेते है। 
  • इस टेस्ट को कराने में बहुत ही कम समय लगता है और इस टेस्ट से आपको डरने की जरूरत नहीं है, क्युकी इसमें आपको कोई कट नहीं लगाया जाता है।

लुधियाना में CT स्कैन का खर्च कितना आता है, इसके बारे में जानने के बाद ही इस टेस्ट का चयन करें।

सुझाव :

यदि आप एमआरआई (MRI) और सीटी (CT) स्कैन करवाने के बारे में सोच रहें है, तो इसके लिए आपको कल्याण डायग्नोस्टिक्स सेंटर का चयन करना चाहिए, वहीं ये दोनों टेस्ट सही लागत में इस सेंटर में किया जाता है।

 

Which to Choose CT Scan or X Ray, CT Scan Benefits

The diagnostic centre is where the doctor performs all the tests to find the correct treatment for your disease. To find a nearby diagnostic centre, write on google diagnostic centre in Ludhiana.

To diagnose a person, many procedures are applied according to the symptoms of the person shown. 

CT scan should be done for complex problems like brain tumours etc. 

CT scan cost in Ludhiana is quite effective; no need to worry about pocket weight.

In this post, we will confer the CT scan procedure in detail. Whether you’re a doctor, patient, or just a student curious about CT scan procedure knowledge, this article will benefit all.

What is a CT scan:

A computed Tomography scan is often termed a CT scan. People often discuss their treatment and say the term CT scan in conversation. 

What is a CT scan? The scan imaging process helps doctors better understand the injury’s condition in your bones and tissues. It is a painless method that involves a series of 

X-rays to do the job. 

Difference between CT Scan and X Rays:

If a CT scan involves multiple X-rays at the job, why should we not use the X-ray machine? 

Why invest in another machine named CT Scan? 

A significant difference exists between the image produced by the X-ray machine and the CT Scan machine. The images formed by the X-rays cannot be seen clearly; the other body parts seem to be over, appearing in the image produced by the X-ray machine.

 But in the image produced by the CT Scan machine. Every organ can be seen clearly. This machine revolves around the body part to take multiple photos for an accurate and high-quality X-ray image of your body part or injury.

Be clear of the terms CT Scan and CAT Scan. Both are the same. CAT Scan stands for Computed Axial Tomography. 

Which parts can CT Scan show:

It can show you the best and clearer image of blood vessels, bones, muscles, and organs to be more precise for the treatment.

Problems detection of CT Scan : 

The CT scan can detect several problems. Some of the issues are listed below.:

Cancer: CTs are beneficial when discussing the most dangerous disease like cancer. CTs not only can confirm the cancer disease but also can check during the treatment whether the treatment is working or not.

Fractures: CT scan of a bone fracture can provide you with a more detailed structure of the bone injury than regular X-rays. And are incredibly accurate in the rupture of the wrist, ankle, legs, neck, etc.

Heart disease: A chest scan can give your doctor a detailed look at your heart condition. This can help in many cardiac-related diseases.

Brain injury: CT scan can provide the accurately detailed structure of your brain with any injury like bleeding or damaged nerves which cannot be seen in the x rays

Kidney stones:  are another common but hazardous problem among people nowadays. Many people don’t even know they have kidney stones that cannot be neglected. A CT scan helps to confirm if any person has a kidney stone. Kidney stones are detected easily in the CT scan.

Conclusion: 

There is no doubt that a CT scan is one of the most significant inventions of humanity. A CT scan helps detect many injuries that are not clear in X-rays.

It may be a symptom of any significant issue if you’re feeling back, neck, or kidney pain. Better it would help if you visited the Kalyan Diagnostic Center for proper treatment.

जानिए कैसे MRI और CT Scan के बीच के अंतर को समझना है जरूरी ?

MRI और CT Scan जोकि दोनों ही आपके शरीर के अंधरुनि बीमारियों की अच्छे से जाँच करने में काफी सहायक है। पर आज भी बहुत से ऐसे लोग है जिन्हे इन दोनों के बीच के अंतर को समझने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो अगर आपकी परेशानी भी इन दोनों के बीच के अंतर को समझने की है तो इसके लिए आपको आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहना है ;

 

MRI और CT Scan के बीच क्या अंतर है ?

  • एमआरआई मशीन जोकि हमारे शरीर के भीतर की तस्वीरें लेता है और किसी भी प्रकार की समस्या होगी उसको उजागर करता है। 
  • ठीक इसी तरह, सीटी स्कैन मशीन भी हमारे शरीर के अंदर की तस्वीरें लेता है और समस्याओं का खुलासा करता है।  
  • वहीं MRI मशीन से CT Scan नहीं किया जा सकता है और न ही CT Scan मशीन से MRI किया जा सकता है, क्युकी MRI मशीन रेडियो तरंगों के जरिए काम करती है, तो वहीं CT Scan मशीन एक्स-रे के जरिए काम करती है। 
  • बात करें इन दोनों मशीनों की तो इन्हे किसी विशेष जांच के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है, जैसे MRI मशीन मुख्यतः जोड़ों, दिमाग, कलाई, टखने, छाती, हृदय, रक्त वाहिकाओं की जांच के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। 
  • वहीं, CT Scan मशीन से टूटी हड्डियों, ट्यूमर, कैंसर, इंटरनल ब्लीडिंग, संक्रमण आदि का पता लगाया जाता है।

 

MRI और CT Scan का खर्चा कितना आता है ?

  • वैसे ज्यादातर मामले में लोग MRI की जगह CT Scan को करवाना सही समझते है, क्युकी MRI स्कैन का खर्चा ज्यादा है। 
  • लुधियाना में MRI का खर्च कंट्रास्ट के साथ या सादे में करवाने पर आपको 14,300 रुपये खर्चने पड़ सकते है। 
  • वहीं अगर आप स्तन का एमआरआई स्कैन करवाते है, तो इसके लिए आपको 10,725 रुपये खर्चने पड़ सकते है। 
  • ऐसे ही MRI की जाँच शरीर के विभिन्न अंगो के हिसाब से अलग-अलग है। 
  • वही बात करें सीटी स्कैन की तो इसकी लागत भी स्कैन किए जा रहे शरीर के अंग के अनुसार अलग-अलग होती है, जैसे कंट्रास्ट सीटी स्कैन की लागत मानक सीटी स्कैन से अधिक होती है। 
  • वहीं लुधियाना में CT स्कैन का खर्च 2,500 से लेकर 5,000 रूपए तक है।

 

क्या MRI और CT Scan की मशीनें खतरनाक हो सकती है ?

  • दरअसल MRI मशीनों में ताकतवर चुंबकीय शक्ति होती है, ऐसे में जैसी ही धातु की कोई चीज इसके संपर्क में आती है तो यह हलचल पैदा कर सकती है. इसलिए एमआरआई से पहले मरीज के सभी प्रकार के जेवर, कड़े आदि निकलवा दिए जाते है। 
  • वहीं सीटी स्कैन गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिमभरा हो सकता है, क्योंकि ये गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। तो कुछ मामलों में डॉक्टर इस टेस्ट को करवाने की सलाह देते है। लेकिन जरूरी है की इन दोनों टेस्टों का चयन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

MRI और CT Scan को करवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखें !

  • अगर CT स्कैन की बात करें तो अगर इससे आप जांच करवाने का सोच रहें है, तो इसके लिए अगर सुबह 8 से 9 बजे के बीच आपकी जाँच होनी है, तो रात में 12 बजे के बाद कुछ न खाएं।
  • सूती कपडे पहने।
  • अगर डायबीटीज के मरीज है, तो शुगर 100 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • कपड़ों में मेटल बिल्कुल न लगा हों। 
  • वहीं MRI स्कैन के लिए आपको मेटल से बनी कोई भी वस्तु जैसे घड़ी, जूलरी, यहां तक कि मंगलसूत्र भी उतारकर जांच के लिए जाना चाहिए।
  • मेटल के बने हुए नकली दांत और विग भी उतार देना चाहिए, क्योंकि इनमें भी धातु के कुछ टुकड़े होते हैं।
  • सुनने की मशीन, हेयर पिन भी निकाल दें।
  • कोई भी ऐसी चीज न पहने जिसमे मेटल वायर का उपयोग होता है।
  • चश्मा, बेल्ट, पर्स, सिक्के, जूते, चप्पल तो मशीन के अंदर पहनकर बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। 

MRI और CT स्कैन के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

अगर आप MRI और CT स्कैन से अपनी जाँच करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको कल्याण डायग्नोस्टिक्स हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए। 

सारांश :

आप अपने शरीर में आए किसी भी तरह के दिक्तत को MRI और CT स्कैन की मदद से जान सकते है, बस इसमें आपको एक बात का खास ध्यान रखना है की इसके जोखिम कारकों को नज़रअंदाज़ नहीं करना है और इस स्कैन का चयन करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें खास कर गर्भवती महिलाएं।